छठ पूजा की विधि सामग्री लिस्ट और शुभ समय: छठ पूजा एक हिंदू त्योहार है जो बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य उत्तरी भारतीय राज्यों में मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मइया की पूजा के लिए समर्पित है। छठ पूजा का पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसे खरना, लोहंडा, उषा अर्घ्य और संध्या अर्घ्य के रूप में जाना जाता है।
छठ की पूजा कैसे की जाती है? छठ पूजा करने की विधि क्या है
छठ पूजा की विधि इस प्रकार है:
नहाय-खाय (प्रथम दिन)
- इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और शाम को मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ वाली खीर बनाती हैं।
- खीर बन जाने के बाद महिलाएं सूर्य देव और छठी मइया की पूजा करती हैं।
- पूजा के बाद महिलाएं खीर का प्रसाद ग्रहण करती हैं।
खरना (दूसरा दिन)
- इस दिन महिलाएं नदी या तालाब में जाकर स्नान करती हैं।
- स्नान के बाद महिलाएं मिट्टी के दो कलश बनाती हैं और उनमें धान, गेहूं, फल, मिठाई और अन्य सामग्री भरती हैं।
- फिर महिलाएं कलशों को नदी या तालाब में विसर्जित करती हैं।
संध्या अर्घ्य (तीसरा दिन)
- इस दिन महिलाएं सूर्यास्त से पहले उठकर नदी या तालाब में जाती हैं।
- वहां पर महिलाएं सूर्य देव और छठी मइया को अर्घ्य देती हैं।
- अर्घ्य देने के बाद महिलाएं स्नान करती हैं और फिर व्रत का पारण करती हैं।
उषा अर्घ्य (चौथा दिन)
- इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर नदी या तालाब में जाती हैं।
- वहां पर महिलाएं सूर्य देव और छठी मइया को अर्घ्य देती हैं।
- अर्घ्य देने के बाद महिलाएं स्नान करती हैं और फिर घर लौट आती हैं।
छठ की पूजा में क्या क्या सामग्री लगती है? - Chhath Puja Samagri List
छठ पूजा में लगने वाली सामग्री इस प्रकार है:
- दो कलश
- पांच गन्ने
- अक्षत
- पीला सिंदूर
- चने की दाल
- धान
- गेहूं
- लौकी
- फल
- मिठाई
- दूध
- घी
- चावल
- फूल
- माला
- धूप
- दीप
- बाती
- कुमकुम
- चंदन
- हरे पान के पत्ते
- साबुत सुपाड़ी
- धूपबत्ती
- अगरबत्ती
- कपूर
- ठेकुआ
- शहद
- माचिस
- प्रसाद
छठ पूजा सामग्री लिस्ट PDF
छठ पूजा सामग्री लिस्ट PDF को आप ऑनलाइन या किसी पुस्तकालय से प्राप्त कर सकते हैं।
छठ पूजा में कौन कौन से फल लगते हैं?
छठ पूजा में आम, केला, पपीता, नारियल, अनार, नाशपाती, सेब, मौसमी, अमरूद, अंगूर आदि फल लगते हैं।
छठ पूजा का शुभ मुहूर्त कब है?
2023 में छठ पूजा का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
- नहाय-खाय: 17 नवंबर, शुक्रवार, सुबह 8 बजे से 12 बजे तक
- खरना: 18 नवंबर, शनिवार, सुबह 3 बजे से 6 बजे तक
- डूबते सूर्य को अर्घ्य: 19 नवंबर, सोमवार, शाम 5:15 बजे से 6:45 बजे तक
- उगते सूर्य को अर्घ्य: 20 नवंबर, रविवार, सुबह 5:30 बजे से 6:30 बजे तक
FAQ
प्रश्न: छठ पूजा में कितने घंटे का उपवास है?
उत्तर: छठ पूजा में कुल 36 घंटे का उपवास रखा जाता है, जो चार दिनों में फैला हुआ होता है।
प्रश्न: लड़कियां छठ क्यों करती हैं?
उत्तर: लड़कियां अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करने के लिए छठ करती हैं।
प्रश्न: पूजा में क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर: पूजा के दौरान जूते-चप्पल न पहनें, पूजा स्थल पर गंदगी न फैलाएं, पूजा की सामग्री का अपमान न करें, अशुद्ध विचार न लाएं और पूजा के दौरान किसी से बात न करें।
प्रश्न: छठ व्रत करने के क्या फायदे हैं?
उत्तर: छठ व्रत करने से अनुशासन पैदा होता है, विश्वास मजबूत होता है, स्वास्थ्य में सुधार होता है और मानसिक शक्ति बढ़ती है।
प्रश्न: छठ पूजा के बाद क्या खाना चाहिए?
उत्तर: छठ पूजा के बाद गुड़ वाली खीर, दूध, फल और मिठाई जैसे व्यंजन खाने चाहिए।
प्रश्न: छठ पूजा का नहाना खाना (नहा खा) कब होता है?
उत्तर: छठ पूजा का नहाना खाना प्रथम दिन होता है, जब महिलाएं सूर्योदय से पहले नदी या तालाब में स्नान करती हैं और घर लौटकर प्रसाद ग्रहण करती हैं।
प्रश्न: छठ व्रत के क्या नियम हैं?
उत्तर: छठ व्रत करने वालों को कड़ाई से 3 दिन का उपवास रखना चाहिए, केवल पानी और फल का सेवन करना चाहिए, मांस, मछली, अंडे और नशीले पदार्थों से परहेज़ करना चाहिए।



