श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण - Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics


मित्रो इस पोस्ट में हम आपको श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण लिरिक्स लिखित मैं वीडियो के साथ देने जा रहे हैं। आपको बस नीचे को स्क्रॉल करना है और पड़ना है और आप यहां से 👉अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम श्लोक भी पढ़ सकते हैं।


श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण लिरिक्स हिन्दी 

कृष्णा हरे कृष्णा

कृष्णा कृष्णा

देवकी नंदन तुमको वंदन

रखते सबकी लाज

सबके स्वामी अंतर्यामी

पुरण कीजे काज


देवकी नंदन तुमको

वंदन रखते सबकी लाज

सबके स्वामी अंतर्यामी

पुराण कीजे काज


मन मंदिर मैं सजे बिहारी

मनमोहन तेरी छवि आती प्यारी

बंसी बजईया रास रचईया

तरनहार मेरे तुम ही खवईया

तुमसे बड़ा कहाँ

कौन कनहिया


श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥


देवकी नंदन तुमको

वंदन रखते सबकी लाज

सबके स्वामी अंतर्यामी

पुराण कीजे काज


लीला अपरम्पार तेरी

तू माखन चोर कहावे

भावसागर से सबकी नईया

तुहि पार लगावे


भगतों का सहारा

तू बासुरी वाला

मथुरा के बसईया

ओह नन्द के लाला


तेरी भगति मैं नाचे

सब ता ता थाईया

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥


देवकी नंदन तुमको

वंदन रखते सबकी लाज

सबके स्वामी अंतर्यामी

पुराण कीजे काज




Question:- श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवाय का अर्थ

Ans:- हे भगवान कृष्ण, गायों के रक्षक, हमारे पापों का नाश करने वाले, हे प्रभु नारायण, वासुदेव के पुत्र, आपकी कृपा हम पर सदैव बनी रहे।


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